Cyber Alert: साइबर अटैक से स्मार्टफोन, कम्प्यूटर तथा लैपटॉप को कैसे रखें सुरक्षित, यहां जाने टिप्स
सावधानी एवं सतर्कता ही साइबर ठगी से बचने का बेहतर उपाय है : पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी

Cyber Alert: वर्तमान में हर किसी की जेब में स्मॉर्टफोन मौजूद है तथा एक सामान्य व्यक्ति भी ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल कर रोजमर्रा के काम निपटाता है। इसमें बिलों का भुगतान करने से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग करना भी शामिल है। वहीं खास किस्म के एप में भी जानकारियों को रखने का चलन भी बढ़ चुका है।
इंटरनेट का चलन बढ़ने से जहां लोगों के कई काम आसान हुए। वहीं एक छोटी सी चूक आपकी निजी जानकारियों को सार्वजनिक भी कर सकती है, इसलिए इंटरनेट की दुनिया में खासी सतर्कता बरतने की जरूरत। पुलिस अधीक्षक श्री हेमेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि यह जरूरी नहीं है कि आपका स्मार्टफोन, कम्प्यूटर व लैपटॉप हमेशा सुरक्षित रहे, क्योंकि तमाम तरीके के लेनदेन व गोपनीय डाटा स्मार्टफोन के भीतर होने की वजह से हैकर्स भी सक्रिय हो चुके है।Cyber Alert
वर्तमान में इंटरनेट आम से लेकर खास हर किसी की जरूरत बन चुका है और इसके साथ ही हैकर भी सक्रिय हो चुके हैं,लेकिन बचाव के तरीके अपनाकर हम अपने ऑनलाइन दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकते हैं। पुलिस अधीक्षक श्री हेमेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि हम निम्नलिखित सावधानियां अपना कर अपने स्मार्टफोन, कंप्यूटर तथा लैपटॉप को सुरक्षित रख सकते हैं।
डाटा का रखें बैकअप : साइबर हमले का मकसद सिर्फ सिस्टम में रखे डाटा को हैक करना होता है। ऐसे में हम अपने डाटा की बैकअप फाइल को पेन ड्राइव, सीडी, या हार्ड ड्राइव में सेव रखना होगा। किसी तरह का वायरस सिस्टम में आने पर बैक डाटा सेव रहेगा।
सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना : सिस्टम या मोबाइल के सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट रखना चाहिए। साइबर हमला आमतौर पर सिस्टम अपडेट न होने पर होता है। सॉफ्टवेयर अपडेशन में हमेशा साइबर सिक्यूरिटी से जुड़े पहलुओं को शामिल किया जाता है।
एंटी वायरस रखे इंस्टॉल:-
सिस्टम में एंटी वायरस जरूर रखें ताकि कोई साइबर हमला हो तो वह हमारे डेटा को हैक होने से बचा ले।
फेक ऐप से रहे सावधान:-
गूगल प्लेस्टोर या अन्य एप्प स्टोर में मौजूद हर एप्लीकेशन पूरी तरह से ठीक हो यह जरूरी नहीं है , इसलिए एप्लीकेशन को डाउनलोड करने से पहले मांगी जाने वाली परमिशन को हमेशा चेक करें।
ब्लूटूथ को एक्टिव न छोड़े :-
मोबाइल व लैपटॉप के डाटा को ब्लूटूथ के जरिए भेजने के बाद तुरंत बंद कर देना चाहिए। अक्सर हैकर्स खास तरह के ऐप का इस्तेमाल कर अहम दस्तावेज गायब कर लेते हैं
पासवर्ड को करते रहे चेंज :-
- मोबाइल, सिस्टम व सोशल मीडिया के पासवर्ड को दो से चार महीनों में बदलते रहना चाहिए ताकि हैकर्स से उनको बचाया जा सके।
- मोबाइल व कंप्यूटर को अंजान डिवाइस से कनेक्ट न करें: –
- हम राह चलते कभी- कभी अपने स्मार्टफोन को किसी अंजान की डिवाइस से जोड़ लेते है। ऐसा करने से वह व्यक्ति हमारे मोबाइल से अहम दस्तावेज को चुरा सकता है।
- हैकरों की बढ़ रही है, सक्रियता, इसलिए सावधानी ही बेहतर उपाय है ।Cyber Alert
पुलिस अधीक्षक हेमेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि हैकर्स की सक्रियता लगातार बढ़ रही है, इसलिए सावधानी एवं सतर्कता ही साइबर ठगी से बचने का बेहतर उपाय है। उन्होंने बताया कि अपने स्मार्टफोन व कम्प्यूटर को सुरक्षित रखने के लिए हमें नए ऐप को सावधानी से इस्तेमाल करना होगा। ऐप को इंस्टॉल व दस्तावेज को शेयर करते समय अपनी जानकारी को अन्य किसी से भी शेयर न करे।